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Wait loss: वजन घटाना कही आपकी सनक तो नही, जानिए, योग, ध्यान ओर थेरेपी से उपचार


वजन घटाना कही आपकी सनक तो नही, जानिए, योग, ध्यान ओर थेरेपी से उपचार

                           Image by: Instagram

आजकल खुद को फिट रखने की चाह किसे नहीं होती, लेकिन कभी-कभी इसको लेकर गलत जानकारी और धारणाओं का खामियाजा हमारी सेहत को भुगतना पड़ता है। 'एनोरेक्सिया नसा ऐसा ही एक विकार है, जिसमें व्यक्ति अपने वजन और शारीरिक को नियंत्रित करने का हर संभव प्रयास करने लगता है। इसके चलते व्यक्ति विभिन्न बीमारियों को आमंत्रण दे बैठता है। 

वैसे तो सभी उम्र के लोग इससे पीड़ित होते हैं, लेकिन कम आयु वर्ग के लोगों, खासकर महिलाओं को इसकी चपेट में आने की आशंका ज्यादा रहती है। इस विकार से पीड़ित होने पर व्यक्ति का वजन लगभग पंद्रह प्रतिशत कम हो जाता है। एनोरेक्सिया नर्वोमा डिसऑर्डर में व्यक्ति अपने वजन को लेकर बहुत अधिक हो जाता है। ऐसे में लोग अत्यधिक डाइटिंग भागे व्यायाम का सहारा लेते है। पीड़ित व्यक्ति को लगता है कि अगर यह संतुलित पा सामान्य भोजन करेगा तो उसका वजन बढ़ जाएगा और वह मोटा हो जाएगा। 

इस कारण उनका खानपान अनियमित हो जाता है। खानपान में अनियमितता और कम खुराक लेने से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यह व्यवहार व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार करने लगता है। वैसे अभी तक इस विकार का कोई निश्चित कारण ज्ञात नहीं हो पाया है, लेकिन संभावना के तौर पर कुछ कारणों को चिह्नित किया गया है। नाकार परिवार में फिटनेस को लेकर चली आ रही चिंता के कारण भी हो सकता है। 

इस तरह यह अगली पीढ़ी को भी अपनी चपेट में ले लेता है। यह विकार दूसरों को दिखाने के लिए अधिक स्लिम होने की चाह में भी पैदा हो सकता है। भूख लगने पर भी भोजन न करना, अत्यधिक व्यायाम करना इसके संभावित कारण है। इससे पीड़ित होने पर ठंड लगना, दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर का कम होना, चक्कर आना, 


थकान महसूस करना बालों का टूटना, पेट में दर्द, त्वचा का रूखापन हाथ-पैर में सूजन और खाने के बाद उल्टी आना जैसे लक्षण दिखाई देते है। इस विकार की बजाय से हामान में असंतुलन भी हो सकता है, जो अनेक रोगों को जन्म देता है। व्यक्ति का व्यवहार भी कुछ बदला हुआ दिखाई देता है। लंबे समय तक इस विकार से पीड़ित रहने पर टोलो, किडनी और पेट संबंधी रोगों के अलावा थॉयराइड की समस्या भी हो जाती है। 

इनके गंभीर रूप लेने पर व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। एनोरेक्सिया नवसा से ग्रस्त लोग अक्सर किसी की मदद सेना पसंद नहीं करते। अपनी परेशानी को भी नहीं समझ पाते हैं। बहुत से लोग इसे लंबे समय तक छिपाए रखते हैं। ऐसे में जरूरी है कि इसे पहचानते हुए सही समय पर निदान करने की समस्या के बढ़ने पर चिकित्सक से संपर्क करें।


वजन घटाना कही आपकी सनक तो नही, जानिए, योग, ध्यान ओर थेरेपी से उपचार


एनोरेक्सिया पीड़ित व्यक्ति कुछतों को बदल कर इसे बढ़ने से रोक सकते हैं। एनोरेक्सिया से ठीक होने के लिए इंटर स्पेशलिस्टोलॉजिकल काउंगलर या पिस्ट फिजिशियन न्यूट्रिशनिस्ट की मदद लेने का सुझाव दिया जाता है। इस दौरान की काउंसलिंग कर उसे वजन बढ़ने मानसिक र निजात पाने में मदद की जाती है। फिजिशियन शरीर के अनुसार वजन का निर्धारण करता है तो वही पीड़ित को दिए जाने वाले हार का बाका तैयार करता है। 

पीड़ित का योग और ध्यान के जरिए चिल और तनाव को कम करने की सल जाती। इसके इलाज के लिए चिकित्लाका अन्य धेरैपी और दवाओं का भी सहारा लेते हैं। समस्या के बढ़ने पर पीड़ित को अस्पताल में भर्ती करना पड़ सकता है, जहाँ कई तरह की जांच के बाद का इलाज किया जाता है।


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